ललन चडी का पेमेंट
जैसे की हम पहले बताचुके हे की ललन चडी पेशे से कम्पाउण्डर था (परन्तु खुद को डॉक्टर होने का दावाकरता था) कुछ लोग उसे कभी-कभी अपने घरो पर मरहम-पटटी या इंजेक्शन लगाने बुलाते थे
एक दिन ललन चडी के
कसबे में रहने वाले कबाड़/भंगार के सबसे बड़े व्यापारी श्री जुना भाई भंगारवाला के
हाथ में एक फोड़ा हो गया, किस्मत से ललन का बड़ा भाई फक्कड़ चडी जुना भाई भंगारवाला के यहाँ पर लोहा कूटने का काम
करता था उसका का दावा था की उसने अपने तंत्र-मंत्र करने की सारी सिद्धियाँ वहा काम
करते करते ही प्राप्त हूयी थी और उनी सिद्धियों के बल पे फक्कड़ चडी ने जुना भाई
भंगारवाला को एक मामूली आदमी से कबाड़ का बेताज बादशाह बना दिया था. जब जुना भाई के
हाथ में फोड़ा हुआ तो फकड़ चडी ने जुना भाई को ललन से मिलने की सलाह दी. जुना भाई ने
ललन को घर पे बुलाया और अपना हाथ दिखाया. ललन ने कहा में ये बिलकुल ठीक कर दुंगा
आप चिंता न करे पर मेरा इलाज थोडा लम्बा चलेगा परन्तु उसके बाद जीवन में आपको कभी
फोड़ा नही होगा जुना भाई बात मान गए बोले ठीक हे इलाज शुरू कर दो पर ये बताओ की तुम्हारी
फीस कितनी होगी? ललन ने कहा फीस का तो क्या हे ले लंगे आप तो घर के ही आदमी हे बस
अगली बार जब चुनाव हो तब आप मेरा राजनीतिक और आर्थिक रूप से गृह मंत्री बनने के
लिए समर्थन कर देना. जुना भाई हंसने लगे उन्हें लगा ललन मजाक कर रहा हे परन्तु ये
ललन की हार्दिक इच्छा थी और उसे लगा की उसे जुना भाई का राजनीतिक और आर्थिक समर्थन
मिल गया हे
अब ललन ने अपना इलाज
शुरु किया उसने जुना भाई के बच्चो को बोला जाहओ और शहर के सबसे गंदे नाले और गटर
का पानी लेकर आओ. उसने वो पानी लिया