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Tuesday, May 26, 2020

End of Lallan Chaddi, Part 1


लल्लन चड्डी का अंत! भाग-एक 

लल्लन को अपने अस्पताल के प्रबंधन से अनगिनत शिकायतें थी, उसे लगता था की प्रबंधन काफी सुस्त, लाचार और अयोग्य है.
जब भी कोई मरीज या उसके परिजन अपना रोष लल्लन की कार्यप्रणाली के प्रति  व्यक्त करते तो लल्लन को लगता की अस्पताल का प्रबंधन उसकी सहायता और रक्षा नहीं कर रहा है या किसी को भी लल्लन के प्रति असंतोष जाहिर नहीं करना चाहिए, क्यूंकि कोई भी गलती लल्लन की नहीं अपितु अस्पताल प्रबंधन की है.

एक बार सेठ भंगारवाला की धर्म पत्नी को तेज बुखार आ गया, पुरे कसबे में सिर्फ एक ही अस्पताल होने के कारण उन्हें लल्लन के अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लल्लन ने बिना किसी से पूछे, उनके इलाज की जिम्मेदारी स्वयं उठा ली, बड़े डाक्टर साहब लल्लन की खामियों और लापरवाही से भली भाँती वाकिफ थे अत: उन्होंने लल्लन को कहा की वो सेठानी जी की जगह किसी अन्य रोगी का ध्यान रखे पर लल्लन जिद पकड़ कर बैठ गया, सेठ भंगारवाला को अपने हाथ के फोड़े वाला कांड याद आ गया और उन्होंने डाक्टर व अन्य लोगों से विनती की किसी भी प्रकार लल्लन को उनकी पत्नी की देख रेख की जिम्मेदारी नहीं दी जाए परन्तु लल्लन अस्पताल में रोने धोने लग गया, कहने लगा की सेठानीजी उसकी माँ के समान है, यदि उसे सेठानीजी का इलाज करने नहीं दिया गया तो वो रो रो कर अपने प्राण त्याग देगा. ऐसा नहीं था की उसे सेठानीजी से कोई विशेष मोह था, अपितु उसे लगा की वो सेठानी जी के इलाज और देख रेख के नाम पर सेठ भंगारवाला से मोटी धनराशि इनाम स्वरुप वसूल लेगा.
उसके हठ के आगे सभी मजबूर हो गए और नहीं चाहते हुए भी उसे इजाजत दे दी गयी. बड़े डाक्टर साहब ने सबसे पहले कुछ इंजेक्शन लिखे, लल्लन ने पर्चा देखा और सिर्फ सिरिंज एवं डिस्टिल्ल्ड वाटर मंगवाया और बिना दवाई मिलाए सिर्फ पानी का इंजेक्शन सेठानी जी को लगा दिया, लल्लन सेठ जी से बोला “यदि कोई और नर्स, डाक्टर या कम्पाउन्डर होता तो बड़ी बेरहमी से इंजेक्शन ठोक देता, सेठानी का कमजोर शरीर शायद नहीं झेल पाता और उनकी जान भी जा सकती थी, मैंने बड़े अहिस्ते और नाजुक हाथ से लगाया है और सेठानी के प्राणों की रक्षा की है, आपको खुश होकर मुझे दो हजार रूपये इनाम देना चाहिए” सेठ को यह सुनकर चक्कर आने लागे उसने कहा “भाई लल्लन इनाम की बात बाद में करना पहले यह बताओ की तुमने इंजेक्शन में दवाई क्यूँ नहीं मिलाई और सिर्फ पानी का इंजेक्शन क्यूँ लगाया?”
तो लल्लन बोला “बुखार की वजह से इनका शरीर अभी कमजोर है,

Tuesday, March 13, 2018

Lallan Chaddi And Soap

लल्लन चड्डी और साबुन
लल्लन चड्डी जी की कई समस्याओं में से एक सबसे बड़ी समस्या थी उनके परिवार के लोगों का बेवजह खर्चा करना. मसलन उन्हें इस बात से बहुत तकलीफ होती थी की सभी लोग नहाने  धोने के बाद बाथरूम में साबुन  को तश्तरी में ही छोड़ जाते थे और साबुन वहाँ पड़े पड़े गलता रहता था.
लल्लन ने इसका एक रामबाण इलाज ढूँढा

Thursday, December 28, 2017

Lallan Chaddi's Passion


लल्लन चड्डी का जुनून

लल्लन चड्डी कई चीज़ों को लेकर जुनून परस्त था परंतु सबसे अधिक उसे अपने क़सबे की खोखो टीम के प्रति निष्ठा थी। उसका ऐसा दावा था की वो अपने ज़माने में खोखो का सबसे धुरंधर खिलाड़ी था। लेकिन क़सबे के अधिकारियों के अनुसार लल्लन जी के खोखो खेलने का कोई भी अधिकारिक रिकार्ड उनके पास नहीं था। और ना ही क़सबे के किसी खोखो खिलाड़ी या कोच को उसके बारे में कोई जानकारी थी। जब लोगों ने उससे पूछा की तुम्हारा कोई रिकार्ड या रजिस्टरेशन नहीं है तो तुमने कब, कैसे, कहाँ और किसके साथ खोखो खेली? तो लल्लन ने बताया कि एक ऐसा गुप्त संगठन है जो क़सबे में खोखो के प्रति बहुत ही गम्भीर है। वो उस संगठन में एक सेना के जनरल के समान ओहदे पर है और उसने उसी संगठन की तरफ़ से गुप्त रूप से क़सबे की खोखो टीम में शामिल होकर 25 वर्ष पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय खोखो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया और पूरे विश्व में अपने खोखो का डंका बजवाया था (यह अलग बात है की लल्लन जी के क़सबे में खोखो की टीम की अधिकारिक स्थापना 3 वर्ष पूर्व ही हुयी थी।) उनकी इस प्रतिस्पर्धा में अमरीका, रूस, चीन, मंगोलिया, जापान, ऑस्ट्रेल्या, कनाडा, जर्मनी और ब्रिटेन की टीमें बड़े लम्बे चौड़े और फ़ुर्तीले खिलाड़ियों के साथ आयी थी पर लल्लन की ट्रेनिंग के आगे कोई टिक नहीं पाया, क्यूँकि संगठन ने एक बहुत ही ज़्यादा प्रशिक्षित कमांडो को उनका कोच नियुक्त किया था इस कमांडो ने टीम को

Friday, December 22, 2017

Lallan Chhaddi And Payment


ललन चडी का पेमेंट
जैसे की हम पहले बताचुके हे की ललन चडी पेशे से कम्पाउण्डर था (परन्तु खुद को डॉक्टर होने का दावाकरता था) कुछ लोग उसे कभी-कभी अपने घरो पर मरहम-पटटी या इंजेक्शन लगाने बुलाते थे  
एक दिन ललन चडी के कसबे में रहने वाले कबाड़/भंगार के सबसे बड़े व्यापारी श्री जुना भाई भंगारवाला के हाथ में एक फोड़ा हो गया, किस्मत से ललन का बड़ा भाई फक्कड़ चडी जुना भाई भंगारवाला के यहाँ पर लोहा कूटने का काम करता था उसका का दावा था की उसने अपने तंत्र-मंत्र करने की सारी सिद्धियाँ वहा काम करते करते ही प्राप्त हूयी थी और उनी सिद्धियों के बल पे फक्कड़ चडी ने जुना भाई भंगारवाला को एक मामूली आदमी से कबाड़ का बेताज बादशाह बना दिया था. जब जुना भाई के हाथ में फोड़ा हुआ तो फकड़ चडी ने जुना भाई को ललन से मिलने की सलाह दी. जुना भाई ने ललन को घर पे बुलाया और अपना हाथ दिखाया. ललन ने कहा में ये बिलकुल ठीक कर दुंगा आप चिंता न करे पर मेरा इलाज थोडा लम्बा चलेगा परन्तु उसके बाद जीवन में आपको कभी फोड़ा नही होगा जुना भाई बात मान गए बोले ठीक हे इलाज शुरू कर दो पर ये बताओ की तुम्हारी फीस कितनी होगी? ललन ने कहा फीस का तो क्या हे ले लंगे आप तो घर के ही आदमी हे बस अगली बार जब चुनाव हो तब आप मेरा राजनीतिक और आर्थिक रूप से गृह मंत्री बनने के लिए समर्थन कर देना. जुना भाई हंसने लगे उन्हें लगा ललन मजाक कर रहा हे परन्तु ये ललन की हार्दिक इच्छा थी और उसे लगा की उसे जुना भाई का राजनीतिक और आर्थिक समर्थन मिल गया हे
अब ललन ने अपना इलाज शुरु किया उसने जुना भाई के बच्चो को बोला जाहओ और शहर के सबसे गंदे नाले और गटर का पानी लेकर आओ. उसने वो पानी लिया

Saturday, December 16, 2017

Lallan Chaddi and Animal Violence



ललन चडी और पशु हिंसा 


एक बार ललन चडी को शहर के सबसे रईस व्यक्ति ने एक बड़ी ही भव्य नॉन-वेज दावत का न्योता दिया हमेशा की तरह उसने बहुत ना नुकर की (यह भी पढ़े लल्लन चड्डी और भोजन का न्यौता) लेंकिन वो आखिरकार मुफ्त का नॉन-वेज खाने के लालच के आगे हार गया और दावत मे पहुँच गया.

जेसे ही ललन चडी दावत में पहुंचा तो दावत देने वाले ने उसका स्वागत किया. इज्जत मिलते ही ललन ने कहा की वैसे

Wednesday, December 6, 2017

Lallan Chaddi and Feast

लल्लन चड्डी और भोजन का न्यौता



लल्लन को जब कभी कोई भोजन के न्योता देने आता तो वो कहता की - देखूँगा मैं आ पाउँगा के नहीं , मैं बहोत ज़िम्मेदारी वाले काम मैं हुँ । फिर वो जिससे भी मिलता उससे कहता की , आपको अमुक व्यक्ति ने न्योता दिया या नहीं ? फिर उस व्यक्ति को कहता की - मुझे तो उसने दिल से बुलाया नहीं , मैं तो नहीं जाऊँगा , और मेरी

Friday, December 1, 2017

Lalan Chaddi as Medical Practitioner


ललन चडी और उसका ईलाज

ललन चडी कम्पाउण्डर होने की वजह से कुछ लोगो का बड़े ही असाधारण तरीके से इलाज करता था उदाहरण केंसर के मरीज को तंबाकू से स्नान करने की सलाह दी जाती थी, कारण ललन जी कहते थे

Wednesday, November 29, 2017

Lallan Chaddi: An Introduction


ललन चडी: परीचय
आइये आपका परिचय ललन चडी नाम की हस्ती से करवाते है
ललन चडी एक कस्बे मे एक नीजी हॉस्पिटल मे कम्पाउण्डर था  परन्तु वो स्वयं को सर्जन से भी अधिक काबिल मानता था उसकी पढाई की डिग्री ना किसी न देखी थी न उसने दिखाई थी  और हॉस्पिटल के काबिल डॉक्टरों को वो वार्डबॉय से भी गया बीता समझता था जब भी डॉक्टर किसी का सफलता पूर्वक इलाज या ऑपरेशन करता था तो उसे लगता था की ये डॉक्टर की खुशकिस्मती की वजह से हो गया. और ललन चडी किसी को इंजेक्शन भी लगाता तो उस मरीज कई  अन्य प्रॉब्लम जेसे की इंजेक्शन लगने के बाद फुंसियाँ, खाज, आदि हो जाती और उसके मरीज जब शहर के बड़े हॉस्पिटल जाते तो वहा के डॉक्टर ललन चडी कई इलाज को ग़लत बताते तो ललन चडी को बड़ी तकलीफ होती थी. उसका permanent  उत्तर होता था की उन डॉक्टरों को कुछ नही आता  उन्हे medical science की कोई जानकारी नही है. ललन चडी के परिवार मे उससे बड़ा एक भाई व दो छोटे भाई है
आइये उनका संक्षिप्त परिचय करा दे
बड़ा भाई, नाम फकड़ चडी  : व अपने आप को झाड फूंक करने वाला एक बोहत बड़ा तांत्रिक कहता था वो टकला भी था
तिसरे नंबर का भाई, नाम बबन चडी : व डांस टीचर था परतु खुद को Michael Jackson का गुरु बताता था
चौथे नंबर का भाई, नाम खलन चडी : उसकी गाव मे पंचर बनाने की दुकान थी पर वो खुद को फरारी रेस कार का प्रमुक इंजिनियर व डिज़ाइनर होने का दावा करता था