Lallan Chaddi and Animal Violence
ललन चडी और पशु हिंसा
एक बार ललन चडी को शहर के सबसे रईस व्यक्ति ने एक बड़ी ही भव्य नॉन-वेज
दावत का न्योता दिया हमेशा की तरह उसने बहुत ना नुकर की (यह भी पढ़े लल्लन चड्डी और भोजन का न्यौता) लेंकिन वो आखिरकार मुफ्त
का नॉन-वेज खाने के लालच के आगे हार गया और दावत मे पहुँच गया.
जेसे ही ललन चडी दावत में पहुंचा तो दावत देने वाले ने उसका स्वागत
किया. इज्जत मिलते ही ललन ने कहा की वैसे तो मेरे घर पे मेहमान आये हुये है उनके
लिये मेरी बीवी घर पर कई स्वादिष्ट पकवान बना रही है और मुझे भी उनके साथ ही घर
जाके खाना खाना है, और ऊपर से मैं शुद्ध शाकाहारी हूँ, पर मेने सोचा की अगर मे आपकी दावत मे नही जाऊंगा तो आपकी शान मे
चार चाँद कैसे लगेंगे और आपका कितना नुक्सान हो जायेगा और लोग क्या सोचेंग की आपकी
दावत मे में क्यों नही आया जरुर आपके बन्दोबस्त मे कोई कमी रहीं होगी. रईस आदमी ने
हंस कर कहा की ललन भैया आप भी क्या मजाक करते हो और हंसने लगा. ललन ने कहा में
मजाक नही कर रहा मे ये बात गम्भीरता से क रहा हु. ये सुन कर अन्य सभी लोग और जोर
से हसने लगे.
जेसे ही खाना परोसना शुरू हुआ ललन ने मीट के सबसे बड़े टुकड़े अपनी थाली
में रखवा लिए और सिर्फ शोरबा बाकी मेहमानों के लिए छोड़ दिया. देखते ही देकते ललन
चडी सात-आट रोटिया खा गया. दावत में मोजूद एक अन्य आदमी में ललन को बोला की ललन जी
में ने अभी एक नया व्यवसाय शुरू किया है जिसमे में अच्छे साबुन बना कर बेच रहा हूँ
आप भी मेरे साबुन का इस्तमाल करियेगा. ललन ने तंदूरी चिकन को खाते खाते उत्तर दिया
की सभी साबुन पशु चर्बी से बने होते हे जिसके लिए जानवरों को मारा जाता हे, और में
पशु हिंसा के सख्त खिलाफ हूँ इसलिय में किसी भी प्रकार के साबुन का प्रयोग नही
करता हु. इसी के साथ ललन ने मुर्गे की हड्डी साइड में रखी और हाथ धोने चला गया.
साबुन व्यापारी निरुत्तर था.
नोट: वर्णित समस्त पात्र, घटनाओ, कहानिया, किस्से, आदि काल्पनिक है.
यदि किसी व्यक्ति से इसकी समानता होती है,तो उसे मात्र एक सयोग माना जायेगा.
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